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Udaas Shayari

Bhar chuke jakhmon ko kured kured No ratings yet.

भर चुके जख्मों को कुरेद कुरेद कर नोच रही हूँ, 
मैं आज तन्हा बैठ फिर तुमको ही सोच रही हूँ! 

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