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Udaas Shayari

Humne to khud ko eklauta mana – Shakir No ratings yet.

हमने तो खुद को एकलौता माना
कि इस भीड़ में तेरे तलबगार है हम
लेकिन तू चाँद की तरह सब की ख्वाहिश निकला
पाना तुझे एक नहीं सब चाहते हैं! 

……. Shakir

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