Promotion

Udaas Shayari

Ishq mein gairat-e-jazbaat ne rone na diya 5/5 (1)

इश्क़ में ग़ैरत-ए-जज़्बात ने रोने न दिया, 
वर्ना क्या बात थी किस बात ने रोने न दिया! 

Please rate this