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Udaas Shayari

Jheel ki chadar pe faili maut si khamosh udaasi dekhta hoon No ratings yet.

झील की चादर पे फैली मौत सी ख़ामोश उदासी देखती हूँ, 
पानी के इतने पास हूँ पर बिन तेरे ज़िंदगी प्यासी देखती हूँ! 

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