है समाज का नियम भी ऐसा पिता सदा गम्भीर रहे,
मन में भाव छुपे हो लाखों, आँखो से न कभी नीर बहे!
करे बात भी रूखी-सूखी, बोले बस बोल हिदायत के,
दिल में प्यार माँ जैसा ही, किंतु बनी अलग तस्वीर रहे!
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Pitah.. 5/5 (1)

Happy father’s Day

है समाज का नियम भी ऐसा पिता सदा गम्भीर रहे,
मन में भाव छुपे हो लाखों, आँखो से न कभी नीर बहे!
करे बात भी रूखी-सूखी, बोले बस बोल हिदायत के,
दिल में प्यार माँ जैसा ही, किंतु बनी अलग तस्वीर रहे!

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