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Tanhaayi Shayari

Khamosh andhera si ho – Pugthaliya Sarkar No ratings yet.

ख़ामोश अंधेरा सी हो जिंदगी जिनकी
वो रातों को अकेले में तन्हा रोते हैं! 
दूसरों की ज़िंदगी में खुशियों के बीज बोकर
फिर खुद‌ गमों की दुनिया में सोते हैं!! 

……. पुगथलिया सरकार

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