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Udaas Shayari

Neende mujhse rooth gayi – Sahdev Sharma No ratings yet.

नींदे मुझसे रूठ गयी सपने सारे टूट गए, 
कुछ अजनबी अपने हुए कुछ अपने छूट गए! 
हर रोज गुजरता था गलियों से तेरी चाहत में, 
तूने मुस्कुराना छोड़ दिया हमसे रस्ते छूट गए! 

……. सहदेव शर्मा

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