New Love Shayari in Hindi
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New Love Shayari in Hindi
Love is complex. You get it. A mix of emotions, behaviors, and beliefs associated with strong feelings of affection, protectiveness, warmth, and respect for another person.
Love has been a favored topic of philosophers, poets, writers, and scientists for generations, and different people and groups have often fought about its definition.
We have the Best Shayari collection of Love Shayari in Hindi (लव शायरी) for Whatsapp & Facebook Status. Read these Shayari about Love in Hindi and share the love Shayari images with your loved ones on WhatsApp, Facebook and all other social media.
कब तक यूँ तस्वीरों से दिल बहलाया जाए
वक्त़ से थोड़ा वक्त़ निकालो एक मुलाकात हो जाए!
कब तक यूँ तस्वीरों से दिल बहलाया जाए,
वक्त़ से थोड़ा वक्त़ निकालो एक मुलाकात हो जाए!
कब तक यूँ तस्वीरों से दिल बहलाया जाए
वक्त़ से थोड़ा वक्त़ निकालो एक मुलाकात हो जाए!
बहुत महंगी पड़ती है वो मुहब्बत,
जिसमें ख़ुद को सस्ता कर दिया जाए!
जला वो आग मोहब्बत की मेरे सीने में,
कि ख़्याल ग़ैर का आए तो ख़ाक हो जाऊँ!
कौन कहता है कि मिट जाती है दूरी से मोहब्बत,
मिलने वाले तो ख़्यालों में भी मिला करते हैं!
शायर हूँ मोहब्बत का प्यार से नज़्म सजाता हूँ,
पढ़ता हूँ मोहब्बत को मोहब्बत लिख जाता हूँ!
ग़ज़ल में इश्क़ लिखते हैं
तो चाहत सांस लेती है,
हमारी धड़कनों में खुद
तेरी मोहब्बत सांस लेती है!
जो पा लिया वो मोहब्बत ही क्या,
जो सुलगता रहे वही लाजवाब इश्क़ है!
रात भर है तो है
आंख तर है तो है,
इश्क़ तो इश्क़ है
अब अगर है तो है!
लोग कहते हैं मुसाफिर की तरह आयी थी तुम मेरी जिंदगी में,
लेकिन यूं तेरा रुककर हर कदम पर मेरा साथ देना मेरे इश्क़ को मुकम्मल कर गया!
एक आवाज ही काफी है हजारों के शोर में,
मैं एक जुगनू से इश्क़ करता हूँ तारों के दौर में!
वो देखते हैं मुझको अंदाज़ ए मुहब्बत से,
कोई मुझको निकाल दे तस्वीर के बाहर!
मोहब्बत का सिला चाहे जैसा भी हो,
मोहब्बत ताउम्र मोहब्बत रहती है!
हर उम्र में होती है मुहब्बत की जरूरत,
बोलो किस उम्र में दिल दिल नहीं रहता!
तेरी पाकीज़ा मोहब्बत के तलबगार हैं हम,
कभी आजमा के देख लेना बहुत वफादार हैं हम!
अपनी नींद से मुझे कुछ यूँ भी मोहब्बत है फ़राज़,
कि उसने कहा था मुझे पाना इक ख़्वाब है तेरे लिए!
तुम लौट के आने का तकल्लुफ़ मत करना,
हम एक मोहब्बत को दोबारा नहीं करते!
बेइजाजत, बेवजह, बेसबब, खामखाह,
बेलगाम इश्क़ यूँ ही हो जाता है बेपनाह!
दो तरफा प्रेम को कैसे संजोया जाता है,
हो उनसे गिले-शिकवे फिर भी मनाया जाता है!